रिपोर्ट : अजीत कुमार
पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी रविवार शाम को मणिपुर की राजधानी इंफाल पहुंचे। यहां रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस की नीयत ठगी की थी, करप्शन की थी। यहां मणिपुर में उनकी सरकार जब थी तो उन्होंने चैकीदारों तक को नहीं छोड़ा।
उन्होंने कहा कि चैकीदार क्वार्टर स्कैम जो कर सकते हैं, वो आपके हितों की रक्षा कैसे कर सकते हैं। यहां के कांग्रेस नेता चैकीदारों के क्वार्टर हड़प जाते हैं और दिल्ली में उनके नामदार देश की सुरक्षा से जुड़े सौदों में दलाली खाते। उन्होंने कहा कि अपने यूथ के टैलेंट और उनकी पढ़ाई और कमाई के लिए बेहतर अवसर बनाने का प्रयास हमने किया है। मणिपुर में वुमेन मार्केट की व्यवस्था को हमने मजबूत किया।
नॉर्थ ईस्ट में बीपीओ के माध्यम से युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिले हैं। मुद्रा योजना से मणिपुर के 1 लाख युवाओं को बिना गारंटी के लोन दिए गए हैं, जिसमें 60 हजार महिलाएं हैं।
इससे पहलें पश्चिम बंगाल में विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मजबूत होते भारत से कुछ लोग दुखी और व्यथित हो रहे हैं। जब भारत अंतरिक्ष में महाशक्ति बन रहा है, तो दीदी को परेशानी होती है। जब भारत आतंक पर सख्ती दिखाता है, तो दीदी को परेशानी होती है। और अब तो दीदी इतनी परेशान हैं कि दिन-रात एक ही बात कर रही हैं- मोदी हटाओ-मोदी हटाओ। मां, माटी, मानुष का वादा एक तरफ है और तृणमूल कांग्रेस की सच्चाई दूसरी तरफ। वोटबैंक की पॉलिटिक्स के लिए दीदी, मां को भुलाकर भारत के टुकड़े-टुकड़े करने के नारे लगाने वालों के साथ खड़ी हो गई हैं। अपने राजनीतिक फायदे के लिए घुसपैठियों को बचाकर दीदी ने माटी के साथ भी विश्वासघात किया है। पश्चिम बंगाल के लोगों को टीएमसी के गुंडों के हवाले करके उन्होंने मानुष की सारी उम्मीदें तोड़ दी हैं, उसका जीवन मुश्किल में डाल दिया है। दीदी अब ऐसे लोगों का साथ दे रही हैं जो भारत में दो प्रधानमंत्री चाहते हैं। क्या भारत में दो प्रधानमंत्री होने चाहिए? दीदी ने मोदी विरोध में अपने ऐसे साथियों पर भी चुप्पी साध ली है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2019 का लोक सभा चुनाव पश्चिम बंगाल के विकास में बाधक बनने वाली दीदी को सबक सिखाने का चुनाव है। पश्चिम बंगाल में जितना ज्यादा कमल खिलेगा, आप की आवाज उतनी ज्यादा ही मजबूत होगी, आपके हक की लड़ाई उतनी ही ज्यादा आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि दीदी का असली चेहरा दुनिया के सामने लाना जरूरी है। पश्चिम बंगाल की पावन और ऊर्जावान धरा इतने सामर्थ्य से भरी हुई है लेकिन वो पश्चिम बंगाल की संस्कृति को, यहां के गौरव को, यहां के नागरिकों के जीवन को तबाह करने पर तुली हुई हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि त्रिपुरा में जिस तरह कम्युनिस्टों ने अराजक शासन चलाया, वैसे ही वे यहां पश्चिम बंगाल में भी चला रहे थे। दोनों ही राज्यों में बदलाव की पुकार उठी। पश्चिम बंगाल के लोगों ने दीदी पर भरोसा किया और त्रिपुरा के लोगों ने कुछ इंतजार के बाद भारतीय जनता पार्टी पर। दोनों का फर्क आज पूरा देश देख रहा है। दीदी ने पश्चिम बंगाल लेफ्ट की तमाम कमियों को तो अपने साथ जोड़ ही लिया, लेकिन साथ ही राजनीति और अपराध का एक खतरनाक मॉडल भी खड़ा कर दिया। पश्चिम बंगाल में कम्यूनिस्टों के शासन के बाद इस तरह सरकार चलाई जाएगी, इसकी उम्मीद किसी को नहीं थी।
प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल की जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि आपका ये चैकीदार आपके हितों की रक्षा के लिए, देश के लोगों की रक्षा के लिए पूरी तरह चैकन्ना है, समर्पित है। आपका ये चैकीदार घुसपैठियों की पहचान करने के लिए असम में छत्ब् लेकर आया। दीदी ने वहां भी इस पर ब्रेक लगाने का प्रयास किया। आपका चैकीदार सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल भी लेकर आया। हमारी कोशिश माँ भारती की संतानों को, मां भारती में आस्था रखने वालों को सुरक्षा देने की थी। दीदी अपने महामिलावटी साथियों के साथ मिलकर इस पर भी ब्रेक लगाने के चक्कर में है लेकिन ये चैकीदार इस विषय में भी पूरी तरह से चैकन्ना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार यहां विकास के अनेक काम शुरू कराना चाहती है लेकिन जब तक अपराधियों का तांडव रहेगा, तस्करों का आतंक रहेगा, घुसपैठियों का दबदबा रहेगा, तबतक यहां ना तो टूरिज्म का विकास होगा, ना ही उद्योग लग पाएंगे और ना ही बेटियां सुरक्षित रह पाएंगी। पश्चिम बंगाल की जनता ने राज्य में कमल खिलाने का मन बना लिया है। अब बंगाल में ना टोलागिरी चलेगी ना गुंडागिरी। यहाँ की जनता को किसी से डरने की जरूरत नहीं है। कोई आपका वोट छीन नहीं पाएगा।