राजस्थान के बाड़मेर में पांडाल गिरने से 14 लोगों की मौत, कई घायल

 



 


 


राजस्थान के बाड़मेर में रविवार को रामकथा के दौरान अचानक आई बारिश और तूफान के कारण पंडाल गिर गया, जिससे 14 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि तूफान इतना तेज था कि लोगों को संभलने का मौका नहीं मिला। प्राप्त जानकारी के मुताबिक आंधी-तूफान के कारण जिले के जसोल गांव में चल रही रामकथा का पांडाल गिर गया, पांडाल गिरने के बाद उसमें बिजली के तार से करंट फैल गया और 14 लोग मौत के शिकार हो गए, इस हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बारिश होने की वजह से पंडाल में करंट भी फैल गया था।
पुलिस-प्रशासन ने मौके पर मौजूद होकी राहत एवं बचाव कार्य में जुट गया, घायलों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, खबरों के मुताबिक मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है।
बताया जा रहा है कि जसोल गांव के स्कूल परिसर में रामकथा का आयोजन किया गया था, पूजा पांडाल में करीब एक हजार लोग मौजूद थे, राम कथा के दौरान दोपहर बाद मौसम ने विकराल रूप धारण किया और करीब पौने चार बजे अचानक तेज आंधी-तूफान आया, जिससे पांडाल गिर गया और श्रद्धालु उसमें दब गए।
पांडाल में बिजली उपकरण लगे होने के कारण उसमें करंट फैल गया, जिससे 14 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, घायलों में से कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पीएम मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है, उन्होंने कहा है कि राजस्थान के बाड़मेर में एक पंडाल का गिरना दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरे संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
तो वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी घटना पर दुख प्रकट करते हुए कहा है कि बाड़मेर में राम कथा के दौरान टेंट गिरने से हुए हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने की जानकारी अत्यंत दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण है। ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करने, शोकाकुल परिजनों को संबल देने की प्रार्थना है। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।