रिपोर्ट : अजीत कुमार
समागम का शुभारंभ शनिवार, 16 नवम्बर को दोपहर लगभग 1.00 बजे सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के समागम स्थल पर आगमन के साथ होगा। सद्गुरु माता जी की अगुवाई, समागम कमेटी के सदस्यों द्वारा समस्त साध संगत की ओर से स्वागत के उपरांत एक शोभा यात्रा के रूप में मुख्य मंच तक, की जायेगी। मिशन के हजारों अनुयायी उनका उद्घोष द्वारा अभिवादन करेंगे और सद्गुरु माता जी मानव के लिए अपने दिव्य आशीर्वाद प्रदान करेंगे। सद्गुरु माता जी मुख्य मंच पर आसीन होते ही मानवता के नाम संदेश देंगे और समागम के प्रथम दिवस का कार्यक्रम आरम्भ हो जायेगा। सत्संग कार्यक्रम सायं 8.30 बजे तक चलेगाा और सद्गुरु माता जी के आशीर्वचनों के साथ सम्पन्न होगा।
दूसरे दिन का मुख्य कार्यक्रम होगा सेवादल रैली जिसका समय है प्रातः 11.00 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक। इस रैली में सेवादल के देश व दूर देशों से आये हजारों पुरूष तथा महिलायें भाग लेंगी। सेवादल रैली के उपरांत सत्संग कार्यक्रम दोपहर 2.00 बजे से सायं 8.30 बजे तक चलेगा और सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के प्रवचनों के साथ सम्पन्न होगा।
अंतिम दिवस का कार्यक्रम दोपहर 2.00 बजे से सायं 8.30 बजे तक होगा और सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के प्रवचनों के साथ सम्पन्न होगा। इस कार्यक्रम में 3.00 बजे से 5.00 बजे तक एक बहुभाषीय कवि सम्मेलन होगा। इसमें कवि महात्मा अपनी रचनाएं प्रस्तुत करेंगे। कवि सम्मेलन का विषय है - मिशन प्यार का युगों युगों से, ब्रह्म के साथ मिलाता आया समाज कल्याण
आध्यात्मिक जागरूकता के अतिरिक्त मिशन समाज कल्याण के कार्यों में भी अपना योगदान दे रहा है। आज मिशन भारत की स्वेच्छा से रक्तदान करने वाली अग्रिम संस्थाओं में से एक है। वर्ष 1986 से आरम्भ होकर मिशन के द्वारा देश भर में अब तक 6362 रक्तदान शिविर लगाये जा चुके हैं जिनमें 10,90,980 यूनिट रक्तदान किया गया। गत वर्ष मिशन ने 531 रक्तदान शिविर आयोजित किये जिनमें 85,681 यूनिट रक्तदान किया गया। इस वर्ष अप्रैल से अब तक 271 शिविर लगाये जा चुके हैं जिनमें 52,847 यूनिट रक्तदान किया गया।
मिशन के द्वारा देश में चार धर्मार्थ अस्पताल, 133 डिस्पैंसरियां तथा 9 पैथोलौजीकल प्रयोगशालाएं चलाई जा रही हैं। अस्पताल कोलकाता, चेन्नई, दिल्ली और आगरा में स्थित हैं जबकि डिस्पैंसरियाँ देश भर में फैली हुई हैं। मिशन का विले पार्ले, मुम्बई में एक ब्लड बैंक भी सेवारत है। मिशन द्वारा समय-समय पर आँखों के आॅपरेशन, स्वास्थ्य जाँच और हृदय जाँच आदि के लिए भी शिविर आयोजित किये जाते हैं। दिल्ली में सन्त निरंकारी हेल्थ सिटी का भी निर्माण किया जा रहा है।
इसी तरह मिशन दो काॅलेज और 19 स्कूल दिल्ली तथा देश के अन्य स्थानों में चला रहा है। विधवाओं तथा जरूरतमंद महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए मिशन 54 सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केन्द्र चला रहा है। इसके अतिरिक्त युवाओं के उत्थान के लिए विभिन्न व्यवसायिक कोर्स जैसे कम्प्यूटर प्रशिक्षण तथा संचार कौशल भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
वर्ष 2003 से प्रतिवर्ष मिशन के श्रद्धालु भक्त 23 फरवरी को देश और दूर देशों में वृक्षारोपण तथा सफाई अभियान का आयोजन करते आ रहे हैं। वर्ष 2010 से समाज कल्याण की गतिविधियाँ सन्त निरंकारी चेरिटेबल फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित की जा रही हैं।