केन्द्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री अरविंद सावंत ने इंटरनेशनल सेंटर फॉर आटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) में नई परीक्षण सुविधाओं का उद्घाटन किया। पारम्परिक ईंधन वाहनों की तुलना में हाइब्रिड विद्युत वाहनों का तकनीकी लाभ सामने लाने के लिए एक तकनीकी मूल्यांकन अभियान का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अरविंद सावंत ने कहा कि भारत को देश के लिए नीतिगत ढांचा विकसित करते समय ग्राहकों और उद्योग की स्थानीय जरूरतों पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अन्य देशों के लिए जो समाधान प्रासंगिक हैं, वे जैसा है, जहां है आधार पर भारतीय संदर्भ में प्रासंगिक नहीं हो सकते। भारतीय उद्योग और सहायक उपक्रमों पर नई प्रौद्योगिकी प्रगति पर ध्यान देते हुए विचार किया जाए। उन्होंने इस बारे में चिंता जाहिर की कि देश में बड़ी संख्या में मानव श्रम उपलब्ध है, जिनके लिए हमें रोजगार सुरक्षा सुनिश्चित करनी है। उन्होंने इस बारे में सावधान किया कि ई-अपशिष्ट का प्रबंधन बड़ी चिंता का मुद्दा बन गया है, जिसके समाधान की जरूरत है।
सावंत ने सभी से अनुरोध किया कि प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान सहित सभी पहलों में योगदान करें और आईसीएटी को ऐसी पहलों का रोल मॉडल बनना चाहिए। भारतीय संविधान के 70वें वर्ष के समारोह नवम्बर, 2019 से नवम्बर 2020 तक आयोजित किए जाएंगे। इस पहल के लिए उन्होंने देश के नागरिकों को उनके अधिकार और कर्तव्यों के बारे में शिक्षित करने के बारे में अभियान चलाने की इच्छा जाहिर की। आयोजन के दौरान आईसीएटी ने विभिन्न एक्सईवी पर किये गये तकनीकी आकलन के परिणामों को भी प्रस्तुत किया। न्यूजेन मोबिलिटी सम्मेलन 2019 के दौरान इसका विवरण इलेक्ट्रामीटरिकी मॉडलों के साथ प्रस्तुत किया जाएगा।
न्यूजेन की प्रस्तावना के रूप में 8 नवंबर को आईसीएटी मानेसर में सरकारी एजेंसियों - बीईई, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, आरटीओ तथा राज्य सरकारों के लिए एक प्रौद्योगिकी मूल्यांकन कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के अवसर पर आईसीएटी सेंटर- दो में सुविधाओं और सेमिनार सेंटर (टेस्ट ट्रैक एंड एडमिनिस्ट्रेटिव एंड ऑडिटोरियम ब्लॉक (आईएससी) का आईएमटी मानेसर में उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर आईसीएटी के निदेशक दिनेश त्यागी भी उपस्थित थे।
आईसीएटी 27 नवंबर से 29 नवंबर तक आईसीएटी केंद्र- II, आईएमटी मानेसर, हरियाणा में “नूजेन मोबिलिटी समिट” का आयोजन कर रहा है। इसमें भारत में गतिशीलता के भविष्य के लिए प्रवृत्तियों और रोडमैप की पहचान की जाएगी ताकि विभिन्न हितधारकों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान किया जा सके। इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) भारत सरकार के अधीन एक प्रमुख ऑटोमोटिव रिसर्च एंड डेवलपमेंट एंड टेस्टिंग एजेंसी है। यह पावरट्रेन इलेक्ट्रिफिकेशन टेक्नोलॉजी सहित उभरती ऑटो प्रौद्योगिकी के लिए आवश्यक ज्ञान, दक्षता, अनुसंधान तथा विकास और परीक्षण सुविधाओं के निर्माण में अग्रणी है।