रिपोर्ट : अजीत कुमार
भारतीय रेलवे ने 28 अक्टूबर से 02 नवंबर तक सभी स्तरों पर सामूहिक भागीदारी के साथ “ईमानदारी एक जीवनशैली” थीम के साथ सतर्कता जागरूकता सप्ताह- 2019 मनाया। सतर्कता जागरूकता सप्ताह की शुरूआत के मौके पर 28 अक्टूबर को रेलवे मंत्रालय, जोनल रेलवे, रेल डिवीजनों, रेलवे के सार्वजनिक उपक्रमों के अधिकारियों द्वारा ईमानदारी की शपथ ली गई।
केंद्रीय सतर्कता आयोग शरद कुमार ने 30 अक्तूबर को रेलवे मुख्यालय में रेलवे के अधिकारियों को ईमानदारी की शपथ दिलाई और चेतना आह्वान के नाम से एक पत्रिका का विमोचन भी किया। इसी तरह की कुछ और पुस्तिकाएं भी भारतीय रेलवे की अन्य इकाईयों द्वारा जारी की गईं। शरद कुमार और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने रेलवे कर्मचारियों में ईमानदारी और पारदर्शिता की भावना पैदा करने के लिए अग्नि शिखा के नाम से एक मशाल रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया।
रेल कर्मचारियों, यात्रियों और अन्य हितधारकों के बीच लिखित संदेश और रेलवे पोर्टल के माध्यम से ईमानदारी का संदेश प्रसारित करने का अनूठा तरीका अपनाया गया। करीब पांच लाख रेलवे कर्मियों और तीन लाख से अधिक यात्रियों ने ईमानदारी की शपथ ली, जबकि लगभग 2.64 करोड़ उपयोगकर्ताओं ने रेलवे ऐप के माध्यम से ईमानदारी की शपथ से जुड़े संदेश प्राप्त किए।
भ्रष्टाचार के उन्मूलन और उसकी रोकथाम पर केंद्रित गतिविधियों का व्यापक प्रचार कर्मचारियों और उपयोगकर्ताओं को संवेदनशील बनाने और उनकी संपूर्ण भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया पर किया गया।
इस दौरान कई स्कूलों और कॉलेजों में युवाओं को जागरूक बनाने के लिए विशेष प्रयास के तहत कई गतिविधियां आयोजित की गईं। ईमानदारी एक जीवनशैली के विषय पर पैम्फलेट, समाचार पत्र और पत्रिकाएँ वितरित करने के अलावा, कई सेमिनार / कार्यशालाएँ/नुक्कड़ नाटक, कर्मचारियों और उनके परिवार वालों के लिए वाद-विवाद प्रतियोगिता प्रश्नोत्तरी आदि का आयोजन किया गया तथा मानव श्रृंखला बनाई गई। कई शिकायत निवारण शिविर भी आयोजित किए गए। कई शैक्षणिक संस्थानों (स्कूलों और कॉलेजों) में वाद-विवाद / निबंध प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन किया गया।