उत्तर प्रदेश में खाली हुई राज्यसभा सीट के उपचुनाव के लिए भाजपा ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह को उम्मीदवार बनाया है। उत्तर प्रदेश में भाजपा के संख्या बल को देखते हुए 12 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में उनका चुना जाना तय माना जा रहा। लंबे समय से संगठन की राजनीति में सक्रिय और भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय का पूरा प्रशासन देखने वाले अरुण सिंह को राज्यसभा टिकट मिलने के पीछे मोदी-शाह का उनके काम से खुश होना बताया जा रहा।
कभी ऑल इंडिया रैंक से चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) परीक्षा पास करने वाले अरुण सिंह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक के डायरेक्टर रह चुके हैं। वह विश्व बैंक और यूनाइटेड नेशन्स के प्रोजेक्ट से बतौर सलाहकार जुड़कर काम कर चुके हैं।
भारतीय जनता युवा मोर्चा से राजनीति शुरू करने वाले अरुण सिंह 1999-2004 के बीच इसके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष रहे। 2009 से 2014 तक वह भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बनी मोदी कैंपेन कमेटी में अहम भूमिका निभाने के बाद पार्टी ने उन्हें नेशनल सेक्रेटरी बनाया और फिर अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी दी। अमित शाह की टीम के महत्वपूर्ण सदस्यों में उनका नाम शुमार है। यही वजह है कि अमित शाह कई अहम जिम्मेदारियां उन्हें समय-समय पर सौंपते रहते हैं।
बता दें कि रामपुर से विधायक होने के बाद तंजीन फातिमा के इस्तीफे से खाली हुई इस सीट के लिए दो नवंबर को नामांकन और पांच नवंबर तक नाम वापसी होगी। इस सीट पर चुनाव की अधिसूचना 25 नवंबर को जारी हुई थी।