डॉ. हर्षवर्धन ने सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों पर छठे राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया

 


 



 


केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, "एनएचएम राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन, विचारों, नवाचारों और ज्ञान को साझा करने का का उत्सव है और हम सभी को इन्हें फिर से अपनाना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम कम से कम उनमें से कुछ को लागू करें।" डॉ. हर्ष वर्धन ने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी, गुजरात के उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री नितिनभाई रतिलाल पटेल, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. विनोद के पॉल के साथ अच्छे, प्रतिकारक व्यवहार और नवाचारों पर छठे राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया।


शिखर सम्मेलन को नए विचारों, और अभिव्यक्ति का आधार बताते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा “राज्य सरकारों, गैर-सरकारी संगठनों, स्वास्थ्य देखभाल संगठनों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के बीच आपस में जानकारी साझा करने को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय के प्रयास जारी हैं ताकि सार्वजनिक स्वास्थ्य के अति महत्वपूर्ण लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सामंजस्य स्थापित किया जा सके।” डॉ. हर्षवर्धन ने सुझाव दिया कि राष्ट्रीय एनएचएम शिखर सम्मेलन के समान ही, राज्य भी जिलों के भीतर ज्ञान साझा करने के लिए राज्य / क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित कर सकते हैं। "राष्ट्रीय ज्ञान और विचारों को राज्य / क्षेत्रीय सम्मेलनों के माध्यम से जिला स्तर के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं तक पहुंचाया जाए।" उन्होंने कहा कि बेहतरीन कार्यप्रणाली को प्रस्तुत करने के अलावा, राज्यों को अन्य राज्यों की बेहतरीन कार्यप्रणालियों का अनुकरण करना चाहिए।


डॉ. हर्षवर्धन ने पिछले कुछ वर्षों के दौरान आयुष्मान भारत, टेलीमेडिसिन, एनएचपी 2017, चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने के दौरान स्वास्थ्य क्षेत्र की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।


स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने लाभार्थियों तक पहुंचने और गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए केंद्र और राज्यों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि “शिखर सम्मेलन ने ज्ञान और अनुभवों को साझा करने के लिए एक बहुमूल्य मंच प्रदान किया है। यह हमारे स्वास्थ्य संबंधी नतीजों को पूरा करने में बहुत योगदान देगा।” उन्होंने आयुष सेवाओं सहित निवारक, प्रोत्साहन, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए की गई पहलों पर भी प्रकाश डाला।


नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य), डॉ. विनोद के. पॉल ने शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य सेवा में अधिक प्रगति के लिए प्रणाली स्तर के बदलाव के महत्व पर जोर दिया और आबादी के लिए स्वास्थ्य सेवा के लिए एनएचएम को अच्छा कार्यक्रम करार दिया।


राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत कार्यक्रमों के बेहतर कार्यान्वयन के जरिए उनके स्वास्थ्य परिणामों में सुधार के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों को दूर करने के लिए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा अपनाई गई विभिन्न सर्वश्रेष्ठ कार्यप्रणालियों और नवाचारों को पहचानने, प्रदर्शित करने और उनके लिखित प्रमाण रखने के लिए देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों के अच्छे, प्रतिकारक व्यवहार और नवाचारों पर राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया। शिखर सम्मेलन में 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इसमें 37 सर्वेश्रेष्ठ कार्यप्रणालियां प्रस्तुत की गई और पोस्ट के रूप में 73 उभरती हुई अच्छी कार्यप्रणालियों को प्रदर्शित किया गया। 


इस अवसर पर मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा राज्य स्वास्थ्य सचिव और एनएचएम प्रबंधन निदेशक; कार्यक्रम अधिकारियों के साथ लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य देखभाल अधिकारी, कार्यक्रम प्रभागों के प्रमुख, विकास भागीदार; सिविल सोसायटी और अन्य स्वास्थ्य संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।