राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार का एक बार फिर दावा किया कि महाराष्ट्र में उनकी पार्टी, कांग्रेस और शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाएगी। पवार ने कहा कि भाजपा के साथ जाने का फैसला उनके भतीजे अजित पवार का है।
पवार ने कहा, यह पार्टी का निर्णय नहीं है और हम इसका समर्थन नहीं करते। वहीं, अजित पवार को बर्खास्त करने के सवाल पर पवार ने कहा, यह कोई ऐसी बात नहीं है, जिसके लिए कोई एक व्यक्ति फैसला लेता है, तो पार्टी को यह फैसला तब करना पड़ता है जब मामला उसके सामने आता है।
राज्य में एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना के सरकार गठन करने के फैसले पर एनसीपी प्रमुख पवार ने सोमवार को सातारा जिले के कराड में मीडियाकर्मियों से कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम महाराष्ट्र में सरकार बनाएंगे।
एनसीपी प्रमुख पवार ने कहा, यह एक तथ्य है कि भाजपा के पास बहुमत नहीं था और इसीलिए उन्होंने सरकार नहीं बनाई थी, उन्होंने शुरू में राज्यपाल को भी लिखा था कि उनके पास बहुमत नहीं है और इसलिए वह सरकार नहीं बनाएंगे सरकार।
पवार ने यह भी कहा कि अजित पवार के साथ वह संपर्क में नहीं हैं, जिन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस के खिलाफ बगावत की है। अजित पवार को राकांपा से बर्खास्त करने के सवाल पर पवार ने कहा, यह कोई ऐसी बात नहीं है, जिसके लिए कोई एक व्यक्ति फैसला लेता है, तो पार्टी को यह फैसला तब करना पड़ता है जब मामला उसके सामने आता है।
बता दें महाराष्ट्र में अप्रत्याशित राजनीतिक घटनाक्रम में राज्यपाल 23 नवंबर शनिवार की सुबह देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और अजित पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई थी। अजित ने राज्य में स्थायी सरकार बनाने की बात कहते हुए भाजपा को समर्थन दे दिया था।
एनसीपी प्रमुख ने कहा, मैंने अपने 50 साल के राजनीतिक करियर में कई घटनाएं देखी हैं। कठिनाईयां आती हैं, लेकिन वह अस्थायी होती हैं और मेरा अनुभव है कि राज्य के लोग मजबूती से इस स्थिति का सामना करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक उनके पास युवकों का समर्थन है उन्हें किसी चीज की चिंता नहीं है।
इससे पहले पवार ने महाराष्ट्र के कराड पहुंच राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री यशवंत राव चव्हाण को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी थी। पवार सोमवार सुबह पड़ोसी जिले सातारा में कराड स्थित चव्हाण के स्मारक 'प्रीतिसंगम' पहुंचे और पुष्पांजलि अर्पित की। उनके साथ सतारा से एनसीपी के लोकसभा सदस्य श्रीनिवास पाटिल भी मौजूद थे।
बता दें कि एनसीपी नेता अजित पवार अप्रैल 2013 में राज्य में सूखे पर दिए अपने कुछ बयानों के मद्देनजर चव्हाण के स्मारक पर एक दिन के अनशन पर बैठे थे, जो अभी पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर महाराष्ट्र में भाजपा सरकार को समर्थन कर रह हैं।