क्या दिल्ली के कुख्यात हवाला अड्डों पर काली कमाई पहुंचाने के लिए मेट्रो रेल सबसे सेफ ट्रांसपोर्ट समझा जाने लगा है। यह सवाल तब उभरकर सामने आना लाजिमी है जब, दो महीने के अंदर करीब डेढ़ करोड़ अवैध रकम मेट्रो स्टेशन से जब्त कर ली गई हो। करीब दो महीने पहले एक मध्य प्रदेश की युवती और राजस्थान के युवक के कब्जे से बरामद एक करोड़ रुपए किसके थे? इस सवाल का जवाब अभी तक नहीं मिला है।
तब तक शनिवार यानि 23 नवंबर 2019 को दिल्ली के व्यस्ततम मेट्रो स्टेशन बाराखंभा पर फिर 50 लाख रुपए बरामद हो गए। एक युवक के पास से पचास लाख रुपए मिलने की पुष्टि रविवार को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) प्रवक्ता सहायक महानीरिक्षक हेमेंद्र सिंह ने की। हेमेंद्र सिंह के मुताबिक, जिस युवक के पास से 50 लाख रुपए जब्त किए गए हैं उसका नाम ठाकुर दिलीप (19) है।
ठाकुर दिलीप ने अब तक हुई पूछताछ में बताया है कि वो, सेंधा पाटन सेवाला, गुजरात का रहने वाला है। सूत्रों के मुताबिक यह 50 लाख रुपए दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में पहुंचाए जाने थे। उल्लेखनीय है कि दुनिया-जहान में कथित तौर पर चांदनी चौक हवाला के सबसे बड़े अड्डे के रुप में भी कुख्यात रहा है। 50 लाख बरामद होने की खबर लगते ही आयकर और दिल्ली मेट्रो पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई।
छानबीन के दौरान मौके पर 32 साल का एक युवक भी पहुंचा। उसने जांच कर रही टीमों को बताया कि वो फतेहपुरी से आया है। मौके पर पड़ताल कर रही टीमों को उसने बताया कि वो ट्रांसपोर्ट कमीशन कार्यालय में मैनेजर है। यह कैश उसके मालिक ने अहमदाबाद (गुजरात) से ट्रांसफर कराने के लिए भेजा था। जब आयकर, सीआईएसएफ और दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों ने पूछा कि 50 लाख रुपए लेकर चलने या फिर भेजे जाने के कोई अधिकृत कागजात दिखाओ तो दोनो संदिग्ध घबरा गए। वे कोई वाजिब कागजात भी नहीं दिखा सके हैं।
लिहाजा शक होने पर मौके पर मौजूद टीमों ने 50 लाख रुपये कब्जे में ले लिए। फिलहाल जब्त रुपये और संदिग्ध युवक से इनकम टैक्स और दिल्ली मेट्रो पुलिस की टीम संयुक्त रुप से पूछताछ कर रही है। यह रकम हवाला की तो नहीं है? पूछे जाने पर जांच में जुटी टीमों के एक अधिकारी ने बताया, फिलहाल कुछ कह पाना जल्दबाजी होगी। हां, रुपयों से संबंधित कागजात मिलने और न मिलने पर ही कुछ तय हो पायेगा। फिलहाल जांच चल रही है।
गौरतलब है कि करीब डेढ़-दो महीने पहले दिल्ली के जंगपुरा स्टेशन पर भी करीब एक करोड़ की संदिग्ध नगदी पकड़ी गई थी। वह नकदी भी दिल्ली के चांदनी चौक की ओर ही ले जाई जा रही थी। रकम मध्य प्रदेश के इंदौर से एक युवती और राजस्थान के एक युवक से पकड़ी गई थी। वह रकम किसने कहां और किस मकसद से भेजी थी? इन तमाम सवालों का जबाब आज तक आयकर विभाग या दिल्ली मेट्रो ने नहीं दिया है।