भारतीय रेलवे के सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम रेलटेल ने 25 नवम्बर को दिल्ली में अपना 20वां स्थापना दिवस मनाया। रेल और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे। रेल राज्य मंत्री सुरेश सी. अंगड़ी भी इस अवसर पर सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव, रेलवे बोर्ड के सदस्य प्रदीप कुमार, रेलवे बोर्ड के अन्य सदस्य तथा रेलवे, दूरसंचार विभाग (डॉट) एवं रेलवे के पीएसयू के वरिष्ठ अधिकारी और दूरसंचार क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रेलटेल की अभूतपूर्व यात्रा के लिए उसे बधाई दी। गोयल ने कहा कि रेलटेल सही मायनों में नई सदी का पीएसयू है जिसका इतिहास तो संक्षिप्त है लेकिन उज्ज्वल भविष्य काफी लंबा है। उन्होंने कहा कि रेलटेल ने 5400 से भी अधिक रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई सेवा के जरिए देश के हर कोने में वाई-फाई उपलब्ध कराकर उल्लेखनीय काम किया है। उन्होंने कहा कि रेलटेल अब विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है, इसलिए उसे आने वाले वर्षों में नई ऊंचाइयों को छूने और 10000 करोड़ रुपये की कंपनी बनने का लक्ष्य तय करने की जरूरत है।
रेलटेल की स्टेशन वाई-फाई परियोजना की सराहना करते हुए गोयल ने कहा, 'वाई-फाई की सुविधा वाले 5400 से अधिक स्टेशन आने वाले समय में रेलवे स्टेशनों को डिजिटल बदलाव का केन्द्र बनाने में मदद करेंगे।'
रेल राज्य मंत्री सुरेश सी. अंगड़ी ने इस अवसर पर कहा कि रेलटेल ने अपनी शुरुआत 15 करोड़ रुपये की कंपनी के रूप में की थी और अब यह 1000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की कंपनी है। अंगड़ी ने छोटी सी अवधि में ही 5400 से भी अधिक स्टेशनों को वाई-फाई से कनेक्ट करने के लिए रेलटेल को बधाई दी। अंगड़ी ने रेलटेल के सीएमडी को 'भारतनेट' के तहत ग्राम पंचायतों को आपस में तेजी से कनेक्ट करने की सलाह दी, ताकि गांवों में रहने वाले लोगों को भी वाई-फाई सेवा मिल सके।
रेलटेल के सीएमडी पुनीत चावला ने अपने स्वागत भाषण में रेलटेल द्वारा विगत वर्षों में हासिल की गई उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया। चावला ने इस तथ्य पर विशेष जोर दिया कि रेलटेल भी बाजार में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद दूरसंचार क्षेत्र के उन चुनिंदा पीएसयू में शामिल है जो लगातार मुनाफा कमा रहे हैं, लाभांश का भुगतान कर रहे हैं और कर्ज मुक्त हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में रेलटेल का कारोबार 1017 करोड़ रुपये का रहा और उसका परिचालन मार्जिन 184 करोड़ रुपये आंका गया।