प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 नवंबर को दिल्ली में महालेखाकारों और उपमहालेखाकारों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे।संबोधन के पहले प्रधानमंत्री महालेखापरीक्षक के मुख्यालय में राष्ट्रपिता महात्मागांधी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। वर्तमान सम्मेलन की थीम ट्रांसफार्मिंग ऑडिट एंड एश्योरेंश इन ए डिजिटल वर्ल्ड है। सम्मेलन का उद्देश्य अनुभवों और जानकारियों को समेकित करते हुए भारतीय लेखा परीक्षा विभाग के लिए अगले पांच वर्षों की कार्य योजना की रूपरेखा तय करना है। सम्मेलन में विभाग को प्रौद्योगिकी से लैस करने के उपायों पर पैनल चर्चा की जाएगी, इसमें प्रशासन के स्तर पर नीतियां तय करने के लिए आंकड़ों के इस्तेमाल के बढ़ते चलन पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
विभाग लेखा परीक्षा की प्रक्रिया के आटोमेशन का काम कर रहा है इसके लिए आईए और एडी के लिए एक प्रणाली विकसित की जा रही है। विभाग इंटरेक्टिव खातों और डिजिटल ऑडिट रिपोर्ट पेश करने के लिए ऑडिट इकाइयों का दौरा करने की आवश्यकता को कम करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। ज्ञान संसाधनों को क्यूरेट करने के लिए आईटी आधारित प्लेटफॉर्म का लाभ उठाने और कभी भी, कहीं भी सीखने और ऑडिटर्स के लिए आईटी आधारित टूलकिट विकसित करने का काम भी किया जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में भारतीय लेखा परीक्षा और महालेखा विभाग ने नए युग की बदलती परिस्थितियों के अनुरूप का सामना करने के लिए लेखा परीक्षा के तरीकों को बदलने की दिशा में कदम बढ़ाया है।