रिपोर्ट : अजीत कुमार
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चौपड़ा ने आरोप लगाया कि प्रदूषण वाली इकाईयों को बंद करने की आड़ में राजधानी में चल रही गैर प्रदूषित इकाईयों को सीलिंग की धमकी देकर अधिकारी न केवल तंग कर रहे है बल्कि इसकी आड़ में अवैध रुप से धन वसूली की जा रही है। कांग्रेस ने जारी इस बयान में यह भी कहा है कि सीधे तौर पर आप पार्टी व भाजपा के छोटे से बड़े नेता भी इसमें शामिल है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने स्पष्ट रुप से कहा है कि प्रदेश कांग्रेस प्रदूषण फैलाने वाली इकाईयों के खिलाफ कार्यवाही के खिलाफ नही है।
चौपड़ा ने कहा कि राजधानी के बवाना, मुडका, हस्तसाल, नंगली, मायापुरी व अन्य सरकार द्वारा मंजूरसुदा औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण न फैलाने वाली इकाईयों मे जबरन अधिकारी घुस रहे है और फैक्टरी मालिकों और मजदूरों को आतंकित करके उनसे घूस वसूल रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कार्यालय में बड़ी संख्या में लोगों ने मुलाकात की है और इस आश्य की शिकायत भी दर्ज कराई है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में पहले से ही बेरोजगारी की समस्या है और गैर कानूनी तरीके से गैर प्रदूषित औद्योगिक इकाईयों के खिलाफ कार्यवाही से दिल्ली में बेरोजगारी बढ़ेगी।
सुभाष चौपड़ा व मुकेश शर्मा ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार व दिल्ली नगर निगम के अधिकारी प्रदूषण फैलाने के नाम पर जबरन लोगों के घरों में घुस रहे है और यदि कोई मकान मालिक अपने घर में सफेदी भी करा रहा है तो उसे प्रदूषण के दायरे मे लाया जा रहा है। दोनो ने यह आरोप भी लगाया कि दिल्ली में शादी विवाह में भी अधिकारी विघन डालने से पीछे नही हट रहे है।
प्रदेश कांग्रेस का स्पष्ट कहना है कि दिल्ली सरकार और नगर निगम अपनी नाकामी को छिपाने के लिए जहां एक ओर आतंक फैला रहे है वहीं दूसरी ओर इसकी आड़ में अपने हितों को भी साध रहे है। पार्टी ने इस मामलें में दिल्ली के उपराज्यपाल से शिकायत करने का निर्णय लिया है और एक विस्तृत पत्र उपराज्यपाल महोदय को भेजा जा रहा है। पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि यदि दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम ने दमनकारी नीति बंद नही की गई तो प्रदेश कांग्रेस उद्यमियों व मजदूरों के साथ उनको न्याय दिलाने के लिए आंदोलन करेगी।