ब्रिटेन के प्रिंस ऑफ वेल्स, प्रिंस चार्ल्स ने दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से भेंट की। राष्ट्रपति ने प्रिंस ऑफ वेल्स का स्वागत करते हुए राष्ट्रमंडल देशों का अध्यक्ष चुने जाने के लिए उन्हें बधाई दी। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत राष्ट्रमंडल को एक महत्वपूर्ण समूह के रूप में देखता है जो छोटे द्विपीय देशों सहित दुनिया के कई देशों की चिंताओं को वैश्विक मंच पर उठाने का सशक्त माध्यम है।
कोविन्द ने कहा कि कानून की व्यवस्था और बहु-संस्कृति वाले समाज के प्रति सम्मान तथा ऐतिहासिक संबंधों और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों से बंधे भारत और ब्रिटेन एक स्वाभाविक सहयोगी हैं। दुनिया के दो श्रेष्ठ लोकतंत्र होने के नाते दोनों देश वर्तमान में दुनिया के समक्ष मौजूद कई चुनौतियों से प्रभावी ढंग से मिलकर निपट सकते है।
प्रिंस चार्ल्स ने राष्ट्रपति भवन प्रागंण में औषधीय पौधों के बगीचे में चंपा का एक पौधा लगाया। चंपा के फूलों का इस्तेमाल भारतीय उप-महाद्वीप में आयुर्वेद में बड़े पैमाने पर किया जाता है। प्रिंस चार्ल्स को औषधीय पौधों का पूरा बगीचा दिखाया गया तथा वहां उगाये गए विभिन्न किस्म के औषधीय पौधों के बारे में जानकारी दी गई।
राष्ट्रपति ने आयुर्वेद के क्षेत्र में अनुसंधान में मदद के लिए प्रिंस ऑफ वेल्स को धन्यवाद दिया। प्रिंस ऑफ वेल्स चैरिटेबल फाउंडेशन और अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ने अप्रैल, 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौता ज्ञापन के अनुसार अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान तथा ब्रिटेन का कॉलेज ऑफ मेडिसीन अवसाद तथा उससे जुड़ी बीमारियों पर क्लिनिकल अनुसंधान करेंगे। दोनों ब्रिटेन के स्वास्थ्य पेशेवरों के प्रशिक्षण के लिए 'आयुर्योगा' पर मानक संचालन प्रोटोकॉल विकसित करने का काम भी करेंगे।