उप राष्ट्रपति एम. वैंकया नायडू ने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टी एन शेषन के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उप राष्ट्रपति ने कहा ''मुझे तिरुनेलई नारायण शेषन, जो मतदाताओं के अधिकारों के लिए एक अनथक योद्धा थे, के निधन के बारे में जानकर बड़ा दुख हुआ। उन्हें भारतीय संसदीय प्रणाली की नींव को मजबूत करने के लिए व्यापक चुनावी सुधार आरंभ करने का श्रेय जाता है।
1990 से 1996 तक मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में वह भारत के अग्रणी संस्थान निर्माताओं में से एक थे और उन्होंने आचार संहिता को एक शक्तिशाली माध्यम के रूप में बदल दिया। वह प्रणाली में पारदर्शिता लाए और उम्मीदवारों के चुनावी अभियान पर होने वाले खर्च पर अंकुश लगाया।
उनके कार्यकाल में कई सकारात्मक परिवर्तन हुए और सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर लाने में मदद मिली। उन्होंने चुनावों के संचालन को स्वतंत्र और निष्पक्ष बनाया। भारतीय निर्वाचन आयोग दुनियाभर के लोकतंत्रों के लिए एक रोल मॉडल बन गया।
सख्त नीतियों एवं प्रक्रियाओं को लागू करने के द्वारा शेषन ने चुनावी कदाचार दूर करने के लिए कड़ी मेहनत की और संस्थान की स्वायतता को मजबूत बनाया और अधिकारियों को अधिक शक्ति दी। वे अपने पीछे एक महान विरासत छोड़ गए हैं और यह ऐसे सभी लोगों का कर्तव्य है कि वे लोकतंत्र को बनाए रखें और उसे और मजबूत बनाए।
मैं भारी मन से शोक संतप्त परिवार के प्रति हार्दिक सहानुभूति व्यक्त करता हूं।''