ईएसआईसी पीजीआईएमएसआर कॉलेज एंड हॉस्पिटल, बसईदारापुर में ईएसआईसी के महानिदेशक राज कुमार ने इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) एवं फर्टिलिटी केंद्र का उद्घाटन किया।
आईवीएफ प्रक्रियाओं की एक जटिल श्रृंखला है जिसका उपयोग प्रजनन में मदद करने या आनुवांशिक समस्याओं की रोकथाम करने तथा शिशु के गर्भाधान में सहायता के लिए किया जाता है। श्रम और रोजगार मंत्रालय के तत्वावधान में ईएसआईसी पीजीआईएमएसआर, बसईदारापुर, नई दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में अपने लाभार्थियों को आईवीएफ सेवाएं प्रदान करने वाला पहला संस्थान है। केंद्र आईसीएमआर दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करता है और बीमित व्यक्तियों (आईपी) को अच्छा उपचार और मूल्य आधारित सेवाएं प्रदान करेगा।
राज कुमार ने बताया कि ईएसआईसी ने ईएसआई के लाभार्थियों के साथ-साथ देश में कवरेज के विस्तार के लिए बेहतर सामाजिक सुरक्षा लाभ और चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए विभिन्न व्यवस्थित सुधारों की शुरुआत की है।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में डॉ. आर.के. कटारिया, चिकित्सा आयुक्त, डॉ. पी.एल. चौधरी, चिकित्सा आयुक्त, डॉ. सुभजीत डे, डीन, ईएसआईसी पीजीआईएमएसआर कॉलेज एंड हॉस्पिटल, बसईदारापुर, डॉ. दीपक कुमार शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. संगीता गुप्ता, विभागाध्यक्ष (प्रसूति एवं स्त्री रोग) और डॉ. लीना वधवा, प्रभारी (आईवीएफ)शामिल थे।
कर्मचारी राज्य बीमा निगम एक अग्रणी सामाजिक सुरक्षा संगठन है, जो कार्य के दौरान चोट, बीमारी, मृत्यु आदि की आवश्यकता के समय उचित चिकित्सा देखभाल और नकदी लाभ की समग्र सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करता है। ईएसआई अधिनियम परिसर / क्षेत्रों पर लागू होता है जहां 10 या अधिक व्यक्ति कार्यरत हैं। ईएसआई अधिनियम के तहत महीने में 2,1,000 / -रुपये तक का वेतन पाने वाले कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा कवर और अन्य लाभों के हकदार हैं।
यह अधिनियम अब देश भर में 12.11 लाख से अधिक कारखानों और प्रतिष्ठानों पर लागू होता है, जिससे श्रमिकों की लगभग 3.50 करोड़ पारिवारिक इकाइयां लाभान्वित होती हैं। अब तक, ईएसआई योजना की कुल लाभार्थी आबादी 13.56 करोड़ से अधिक है। ईएसआई कॉर्पोरेशन ने 1952 में अपनी स्थापना के बाद से अब तक 155 अस्पताल, 1500/148 डिस्पेंसरी / आईएसएम यूनिट, 815 शाखाएं/वेतन कार्यालय और 63 क्षेत्रीय और उप-क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किए हैं।