केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग और रेल मंत्री, पीयूष गोयल ने दिल्ली में यह जानकारी दिया कि प्रगति मैदान को भारतीय और विदेशी प्रदर्शकों के लिए एक अद्वितीय स्थल बनाने के लिए उसके पुनर्निर्माण पर 2000 करोड़ रुपया खर्च किया जा रहा है।
वे 39 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला, 2019 के समापन समारोह में बोल रहे थे। इस साल के व्यापार मेले में आगंतुकों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई और यह लगभग 5 लाख के आसपास रहा। मंत्री ने आशा व्यक्तत किया कि प्रगति मैदान के पुनरुद्धार हो जाने के बाद अगले वर्ष, यहां पर 10 लाख से ज्यादा आगंतुक आएंगे जो न केवल देश और दुनिया के विभिन्न भागों के अद्वितीय उत्पादों को खरीदने में सक्षम होंगे, बल्कि उन्हें दिल्ली शहर का भी पूरा अनुभव प्राप्त हो सकेगा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने कहा कि व्यापार से संबंधों को स्थापित करने में मदद मिलती है और यह निवेश को उत्प्रेरित करने में भी मदद करता है। उन्होंन कहा कि, यह मेला दुनिया को वह क्षमता दिखाता है जो भारत उन्हें देता है - 1.3 बिलियन लोगों का एक बाजार, जिनके साथ व्यापार जगत अपने को जोड़ना और संलग्न करना चाहेंगे।
मंत्री ने कहा, “न्यू इंडिया” की कहानी को बढ़ावा देने और उसे मजबूती प्रदान करने के लिए, सरकार बुनियादी ढांचों में 100 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की तैयारी कर रही है, जो कि रेलवे, हवाई अड्डों, समुद्री बंदरगाहों, बिजली, तेल और गैस जैसे क्षेत्रों में भारत की बुनियादी ढांचों की उपलब्धता और गुणवत्ता को पूरी तरह से बदल कर रख देगा। उन्होंने आगे कहा कि रेलवे के लिए एक 12-वर्षीय योजना तैयार की गई है, जिसमें निजी-सार्वजनिक भागीदारी मॉडल के आधार पर देश के विभिन्न हिस्सों में 50 लाख करोड़ रूपये का निवेश किया जाएगा जिससे कि उपभोक्ताओं के लिए बेहतर गुणवत्ता वाली सेवाओं को सुनिश्चित किया जा सके।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने इस बात को दोहराया कि भारत आज अपनी मजबूती स्थिति के साथ अन्य देशों से जुड़ा हुआ है जिससे भारत के व्यवसायों और उद्योगों की रक्षा की जा सके और अन्य देशों द्वारा लगाए गए गैर-टैरिफ अवरोधक भारत के निर्यात को प्रभावित न कर सकें। उन्होंने आगे यह भी कहा कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारतीय उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देने और नए व्यवसायों के लिए अधिक अवसर प्रदान करने के लिए 4 मेगा शॉपिंग फेस्टिवल को आयोजित करने की योजना पर काम कर रहा है। उन्होंने देश के युवाओं से उद्यमी बनने और भारत में बदलाव लाने का आग्रह किया।