सीसीआई ने मित्‍शुबिशी-हिताची मैटल्‍स मशीनरी के प्राइमैटल्‍स टैक्‍नोलॉजिज में अधिग्रहण को मंजूरी दी

 


 



 


भारतीय प्रतिस्‍पर्धा आयोग ने प्रतिस्‍पर्धा अधिनियम 2002 की धारा 31(1) के अंतर्गत मित्शुबिशी-हिताची मैटल्स मशीनरी (एमएचएमएम/अधिग्रहणकर्ता) के प्राइमैटल्स टैक्नोलॉजिज (पीटी/टारगेट) में अधिग्रहण को मंजूरी दी।


प्रस्‍तावित लेन-देन के तहत पीटी की कुल शेयर होल्डिंग की शेष 49 प्रतिशत हिस्‍सेदारी का एमएचआई द्वारा सीमैन्‍स एजी से अधिग्रहण किया जाएगा। इस प्रकार एमएचआई को पीटी कंपनी का 100 प्रतिशत शेयर पूंजी का मालिकाना हक प्राप्‍त हो जाएगा और पीटी पर एमएचआई का नियंत्रण स्‍थापित हो जाएगा।


एमएचएमएम मित्‍शुबिशी हैवी इंडस्‍ट्रीज लिमिटेड की होल्डिंग कंपनी में और यह किसी व्‍यापारिक गतिविधि से जुड़ी नहीं है। पीटी कंपनी एक संयुक्‍त उद्यम है और वर्तमान में इस पर एमएचआई और सीमैन्‍स एजी का संयुक्‍त नियंत्रण है। एमएचआई की अपनी सहायक कंपनी एमएचएमएम के जरिये पीटी में 51 प्रतिशत की हिस्‍सेदारी है तथा सीमैन्‍स एजी की शेष 49 प्रतिशत हिस्‍सेदारी है।


एमएचआई जहाज निर्माण, समुद्र विकास, विद्युत प्रणाली, परमाणु ऊर्जा प्रणाली, कम्‍प्रेशर ट्रेन, टर्बाइन औद्योगिक मशीनरी आदि का निर्माण व व्‍यापार करती है। भारत में एमएचआई विभिन्‍न उत्‍पाद और सेवाएं प्रदान करती है, जैसे ताप ऊर्जा से संबंधित मशीनरी लॉजिस्टिक्‍स के उपकरण, परियोजना प्रबंधन सेवाएं, औद्योगिक मशीनरी, डीजल इंजनों का निर्माण, बि‍क्री और रख-रखाव, पर्यावरण मशीनरी, वातानुकू‍लन प्रणाली आदि।


पीटी कंपनी धातु शोधन उद्योग के लिए संयंत्रों की डिजाइन बनाती है और इनका निर्माण करती है। यह आवश्‍यकतानुसार परियोजना प्रबंधन विशेषज्ञता भी प्रदान करती है।