रिपोर्ट : अजीत कुमार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली में नेशनल कैडेट कोर की रैली में हिस्सा लिया। रैली के दौरान प्रधानमंत्री ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया तथा एनसीसी के विभिन्न जत्थों और मित्र व पड़ोसी देशों के कैडेटों की परेड का अवलोकन किया। सांस्कृतिक प्रदर्शन के साथ-साथ एनसीसी कैडेटों ने प्रधानमंत्री के समक्ष रोमांचकारी खेलों, संगीत और मंच कला जैसे क्षेत्रों में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री ने प्रतिभाशाली एनसीसी कैडेटों को पुरस्कार प्रदान किये।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि एनसीसी देश के प्रति युवाओं में अनुशासन, दृढ़ता और समर्पण की भावना मजबूत करने का मंच प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि इन मूल्यों से देश के विकास में मदद मिलती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत विश्व के सबसे युवा देशों में शामिल है, क्योंकि यहां 65 प्रतिशत से अधिक की आबादी 35 वर्ष की आयु से कम है। उन्होंने कहा, ‘हमें इस सच्चाई पर गर्व है, लेकिन हमारी यह भी जिम्मेदारी है कि हम युवा सोच से काम करें।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि इसका अर्थ है कि किसी भी मुद्दे को टालने की गुंजाइस नहीं है और फौरन समाधान करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘युवा मन भी यही चाहता है और यही युवा भारत है।’
उन्होंने कहा, ‘अतीत की चुनौतियों का सामना करते हुए और वर्तमान की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए हमें भविष्य की अपनी आकांक्षाओं के लिए काम करना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि भारत आज युवा उत्साह और मन के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘आज भारत के पास युवा मानसिकता और मन है तथा किसी कारण से वह सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और आतंकी कैंपों पर सीधा हमला करता है।’ उन्होंने कहा कि युवा मन सबको साथ लेकर आगे बढ़ना चाहता है और यह भी चाहता है कि कोई पीछे न रह जाए। उन्होंने कहा, ‘किसी भावना के तहत हमने बोडो समझौता किया, जहां सभी हितधारकों के साथ परामर्श किया गया और समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।’
पूर्वोत्तर में विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के साथ खुले दिमाग और खुले दिल से सभी हितधारकों के साथ बातचीत शुरू की गई। आज बोडो समझौता उसी का नतीजा है। उन्होंने कहा, ‘हमारे युवा भारत की यही सोच है। हम सबको साथ लेकर, सबके विकास के साथ और सबका भरोसा अर्जित करके देश को आगे ले जा रहे हैं।’