गरीब जनता तक भोजन उपलब्ध करा रही जनता की रसोई
रिपोर्ट : अजीत कुमार

 


 

देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच गरीब और मजदूर तबकों की सहायता के लिए आज तमाम सिविक एजेंसियां बढ़ चढ़ कर आगे आ रही है। और इस वैश्विक महामारी के बीच मानवता की मिसाल पेश कर रही है। दूसरी ओर इस दौरान कई सामाजिक संस्थानों के लोग भी दिहाड़ी और मजदूर तबकों के बीच पहुँचकर उनकी मदद के लिए आगे आ रहे हैं। इसी फेहरिस्त में गरीब जनता तक पहुंचने का काम कर रही है, जनता की रसोई। जहां कुछ स्थानीय मिलकर एक मुहिम के तहत मजदूर तबके के लोगों को दो वक्त का खाना बांट रहे हैं।

विश्वभर मे महामारी का रूप ले चुका कोरोना वायरस के कारण आज देशभर में लॉकडाउन है, और इस लॉकडाउन के दौरान यदि किसी के सामने कोई समस्या आ रही है तो वो है मजदूर तबका। रोजाना दिहाड़ी मजदूरी करके आपने लिए दो वक्त के खाने का बंदोबस्त करने वाले ये लोग आज सबसे ज्यादा मजबूर है। इन लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या है दो वक्त की रोटी का बंदोबस्त कर पाना। और ऐसे ही लोगों की मदद के लिए आज शासन और प्रशासन के साथ साथ सामाजिक संस्थाएं भी आगे आ रही है। इसी फेहरिस्त में दिल्ली के विजय विहार में स्थानीय लोगों द्वारा जनता की रसोई चलाई जा रही है जो मजदूर तबके के लोगों को खाना मुहैया करा रहे हैं।

जनता की रसोई द्वारा शुरू की गई इस मुहिम मे मजदूर तबके के लोगों को दो वक्त का खाना बांटा जाता हैं। जनता का रसोई द्वारा शुरू की गई इस मुहिम में घर घर लोगों तक भोजन उपलब्ध कराने का काम किया जाता है। इसके अलावा जनता की रसोई कई पुलिस थानों में भी भोजन उपलब्ध कराती है ताकि हर गरीब व्यक्ति तक भोजन पहुँच सके। आपको बता दें कि जनता की रसोई में तकरीबन 25-30 लोग मिलकर काम कर रहे हैं, और यह लोग बिना किसी सरकारी सहायता के गरीब जनता तक खाना मुहैया कराया जाता है। इसके अलावा खाने की शुद्धता और क्वालिटी पर भी खास ख्याल रखा जाता है।

गौरतलब है कि इन मजदूर तबके के लोगों को मुहैया कराए जाने वाले खाने में जनता की रसोई द्वारा स्वच्छता का खास ख्याल रखा जाता है। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग के साथ साथ समय समय पर सैनेटाईजेशन पर भी पूरा ध्यान रखा जाता है। इतना ही नहीं जनता की रसोई द्वारा खाना बनाते समय सर्वधर्म का नजारा भी देखने को मिलता है।

कुल मिलाकर कोरोना वायरस के खिलाफ इस जंग में आज शासन और प्रशासन के अलावा आम नागरिक भी अपनी एकजुटता दिखा रहा है। और यह ज़रूरी भी है ताकि लोग लॉकडाउन का जिम्मेदारी से पालन किया जाए, और कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।