रिपोर्ट - अजीत कुमार
देशभर में लॉकडाउन है, और इस लॉकडाउन में तमाम सिविक एजेंसियां आमजन की सेवा में जुटी हुई, और किसी की यही कोशिश है कि कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए। इसी प्रयास में तमाम सामाजिक संस्थाओ के साथ साथ कुछ आम लोग भी अपने स्तर पर जरूरतमंद लोगों की सेवा में जुटे हुए है, और इसी मकसद के साथ काम कर रहे है कि हर जरूरतमंद व्यक्ति तक भोजन पहुँच सके। दिल्ली के सुल्तान पुरी में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है।
राजधानी दिल्ली सहित समस्त भारतवर्ष में 17 मई तक का लॉकडाउन लागू है। लिहाजा ऐसे समय में खासतौर पर दिहाड़ी मजदूरी करने वालों के सामने ज्यादा दिक्कत परेशानी आ रही है। हालांकि दिल्ली सरकार सभी गरीब और मजदूर तबको के लिए खाने का बंदोबस्त कर रही है, लेकिन बावजूद इसके समाज के कुछ लोग अपने निजी फंड से खाना मुहैया करा रहे हैं, ताकि इस आपदा की स्थिति में कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे। कुछ ऐसा ही नजारा दिल्ली के सुल्तान पुरी में भी देखने को मिल रहा है। जहां कुछ आम नागरिक जरूरतमंद लोगों तक अपने फंड से खाना मुहैया करा रहे हैं। इतना ही नहीं इन लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का महत्व समझाते हुए कोरोना वायरस के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है। ये लोग सिर्फ इसी मुहिम के साथ लोगों तक भोजन उपलब्ध करा रहे हैं, कि कोई भी व्यक्ति सुबह भूखा जरूर उठे लेकिन भूखा ना सोए।
बहरहाल देशभर में 17 मई तक लॉकडाउन लागू है। और इसी के तहत तमाम सिविक एजेंसियां और सामाजिक संस्था के साथ साथ सामाजिक लोग भी जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए बढ चढ कर आगे आ रहे हैं, जो वाकई में सराहनीय है।